आपके जीवन का प्रथम एवं अंतिम लक्ष्य खुद के साथ आत्म- साक्षात्कार करना होना चाहिए। अगर आप खुद को जान सकें तो आपका जीवन सफल हो सकता है।
सुविचार मानव को प्रेरणा देते हैं और उनके सफलता के मार्ग की सीढ़ी बनकर उनके जीवन में एक माध्यम बनती है। माना जाता है और गीता का भी यही उपदेश है कर्म सबसे श्रेष्ठ है जैसा व्यक्ति कर्म करता है उसे वैसा ही फल मिलता है भाग्य असफलता यह सब व्यक्ति के मन की उपज है।
हीरे की अहमियत जानते हो तो अँधेरे में चमको,
सादगी से बढ़कर कोई श्रृंगार नहीं होता,
हिन्दी: कुछ भी स्थाई नहीं है। अपने आप को अधिक तनाव न दें क्योंकि स्थिति कितनी भी खराब हो यह बदल जाएगी।
आप एक बार जलती हुई मोमबत्ती को उल्टा कर के देखें तभ भी उसकी लौ की दिशा ऊपर की तरफ ही रहती है। इसी प्रकार आपके जीवन में कई बार आपके सामने ऐसे क्षण आएँगे जब आपका जोश एवं उत्साह जीवन के झंझावातों के कारण थोड़ा नीचे आ जाएगा। तब आप को घबराना नहीं है और बस अपने उत्साह एवं जोश की लौ को बुझने नहीं देना है।
जो खुद खुश रहते है उनसे दुनिया खुश रहती है ।
बुद्धिमान लोग हर चीज़ पर सवाल उठाते हैं,
काम वही करो जिसमे आप को आनंद आता हो और आप को उसको करने में कभी बोरियत महसूस न हो
हद से ज्यादा सोचना बीमारी को बुलाने के बराबर हैं।
जब तक आठवां दिन ठीक न हो तब तक सप्ताह के बाकी सात दिनों का कोई अर्थ नहीं है।
पर वक्त को बदलने के लिए जिंदगी लग जाती है!
और तीसरा सबसे महत्वपूर्ण दृढ़ निश्चयी होना।
बनना है तो शेर की तरह बनो झुड़ aaj ka suvichar में तो हर कोई चलता है ।